दोस्तों टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को बार-बार एक गंभीर बीमारी परेशान कर रही है। 27 जनवरी को उन्हें अपोलो अस्पताल में एडमिट कराया गया था। डॉक्टर्स के मुताबिक दादा ‘ट्रिपल वेसल डिजीज’ से पीड़ित हैं। आज हम जानेंगे कि ये बीमारी क्या है और ये किसी इंसान के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।
बता दे की 26 जनवरी 2021 की रात सौरव गांगुली को सीने ने दर्द की शिकायत थी, अगले दिन सुबह तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें कोलकाता के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। दादा की एंजियोप्लास्टी की गई और उनके हृदय की धमनियों में रुकावट दूर करने के लिए 2 और स्टेंट लगाए गए। अब उनकी हालत स्थिर है।
बता दे की एंजियोप्लास्टी दिल की सर्जरी है, जिसे बैलून एंजियोप्लास्टी और परक्यूटेनियस ट्रांसल्यूमिनाल एंजियोप्लास्टी (PTA) के नाम से भी जाना जाता है। इसमें धमनियों के जरिए से खून के सप्लाई को ठीक किया जाता है।मेडिकल एक्पर्ट्स के मुताबिक ये ‘कोरोनरी आर्टरी डिजीज’ का बड़ा ही खतरनाक रूप है। हृदय में खून को पहुंचाने का काम 3 बड़ी धमनियां करती हैं, और जब ये तीनों धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं तो इसे ‘ट्रिपल वेसेल डिजीज’ के नाम से जाना जाता है। इसकी वजह से सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत होती, जिसका नतीजा होता है हार्ट अटैक।
सौरव गांगुली को 2 जनवरी के दिन कार्डियक अरेस्ट हुआ था, उस वक्त वो जिम की ट्रेडमिल पर दौड़ रहे थे। इसके बाद उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 7 जनवरी को वो इस अस्पताल से डिस्चार्ड कर दिए गए थे। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा किया था। भारत के मशहूर हार्ट स्पेशियलिस्ट डॉ. देवी शेट्टी की निगरानी में सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई। देवी शेट्टी मेडिकल साइंस की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। इस कार्डियक सर्जन को साल 2012 में पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।