दोस्तों मेहनत करने वालो की कभी हर नहीं होती हैं। ऐसा ही कई संघर्षों को पार करते हुए, मान्या वाराणसी ने वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया ब्यूटी पेजेंट की रनर-अप का खिताब हासिल कर दिखाया है। बता दें कि मान्या के पिता ओमप्रकाश सिंह उत्तर प्रदेश में एक ऑटोरिक्शा चालक हैं। मिस इंडिया तक पहुंचने के लिए उन्हें खई मुश्किलों का सामना करना पडा। उन्होंने बताया कि उनके जीवन में कई रातें ऐसी भी आई जब वह बिना खाना खाए ही सोए हैं।
9 फरवरी की रात को ब्यूटी कॉन्टेस्ट आयोजित की गई थी। तेलंगाना की मनाया वाराणसी ने फेमिना मिस इंडिया 2020 का खिताब जीता, जबकि हरियाणा की मनिका श्योकंद ने फेमिना मिस ग्रैंड इंडिया 2020 का खिताब जीता। मानया ने इंस्टाग्राम पर अपने परिवार की तस्वीरों के शेयर करते हुए लिखा, ‘मैंने भोजन और नींद के बिना कई रातें बिताई हैं। मैं कई दोपहर मीलों पैदल चली। मेरा खून, पसीना और आंसू मेरी आत्मा के लिए खाना बने और मैंने सपने देखने की हिम्मत जुटाई। रिक्शा चालक की बेटी होने के नाते, मुझे कभी स्कूल जाने का अवसर नहीं मिला क्योंकि मुझे अपनी किशोरावस्था में काम करना शुरू करना था। ’
No one in my college knew that my father is an autorickshaw driver. Once they got to know, they stopped talking to me. However, my background is my strength, says @feminamissindia 2020 runner-up #ManyaSingh on the difficulties she had to face @tanvishukla pic.twitter.com/iMgSW6wmXp
— Mirror Now (@MirrorNow) February 12, 2021
मान्या ने आगे बताया कि मैं 14 साल की उम्र में, घर से भाग गई थी। मैंने किसी तरह से अपनी पढ़ाई पूरी की। में दिन में डिशवॉशर की जॉब करती थी और रात में कॉल सेंटर में काम किया करती थी। मैं किसी जगह पर पहुंचने के लिए मीलों पैदल चलती थी ताकि रिक्शे का किराया बचा सकूं। मुझे डिग्री हासिल करवाने के लिए मेरी मां ने अपने गहनों को गिरवी रख दिया ताकि मैं अपनी फीस भर सकूं। उन्होंने कहा मेरी मां ने मेरे लिए बहुत कुछ झेला है। मान्या के मुताबिक, Glamour की दुनिया में उनकी प्रेरणा प्रियंका चोपड़ा जोनास हैं। मान्या ने कहा कि उन्होंने अपनी मां से कभी हार नहीं मानने और कड़ी मेहनत करने के गुण सीखे हैं।