दोस्तों टोक्यो ओलंपिक में सैखोम मीराबाई चानू भारतीय वेटलिफ्टर ने महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता। मीराबाई ने राष्ट्रमंडल खेलों में विश्व चैंपियनशिप और कई पदक जीते हैं। खेल में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2018 में भारत सरकार द्वारा मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
वही चानू ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों, ग्लासगो में महिलाओं के 48 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता 2020 के समर ओलंपिक से पहले, उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि 2017 में आई थी। जब उन्होंने कैलिफोर्निया के अनाहेम में आयोजित विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। मीराबाई चानू की कुल संपत्ति लगभग 0.7 मिलियन अमरीकी डालर (5 करोड़) है। चानू की कुल संपत्ति में पिछले कुछ साल में 10% की वृद्धि देखी गई है। मीराबाई की अधिकांश कमाई ब्रांड एंडोर्समेंट और व्यक्तिगत निवेश से आती है।
टोक्यो में सिल्वर जीतने के बाद से उन पर लगातार पैसों की बारिश हो रही हैं। अब तक इन ईनाम का हुआ है ऐलान BYJU’S ने मीरा भाई को 1 करोड़ रुपये दिया। वही भारत सरकार की तरफ से 50 लाख नकद ईनाम, साथ ही मणिपुर सरकार की तरफ से 1 करोड़ रुपये। इसके आलावा मणिपुर राज्य पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खेल) के रूप में नियुक्ति।
बता दे की सैखोम मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को नोंगपोक काकचिंग में इम्फाल शहर, मणिपुर से लगभग 30 किमी दूर एक मैतेई परिवार में हुआ था। चानू खुद को सनमहवाद के फॉलोअर्स के रूप में पहचानती है। उसके परिवार ने उसकी ताकत की पहचान तब की जब वह सिर्फ 12 साल की थी। वह आसानी से जलाने की लकड़ी का एक बड़ा बंडल घर ले जा सकती थी लेकिन उसके बड़े भाई को इसे उठाना भी मुश्किल हो जाता था।