दोस्तों हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता प्राण का जन्मदिन 12 फरवरी को होता है। फिल्मों के किरदारों को वो एक अलग रूप दे देते थे। उन्होंने 1940 से 1990 के दशक तक दर्शकों को अपने दमदार अभिनय का कायल बना रखा था। आज उनका जन्मदिन है। उनके जन्मदिन के इस अवसर पर आइए जानते है उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अनकही किस्सों के बारे में।
बता दे की अभिनेता प्राण का जन्म 12 फरवरी 1920 को दिल्ली के बल्लीमारान के एक खानदानी रईस परिवार में हुआ था। पेशे से सिविल इंजीनियर प्राण के पिता लाला केवल कृष्ण सिकंद ब्रिटिश हुकुमत के दौरान सरकारी निर्माण का ठेका लिया करते थे। केवल कृष्ण सरकारी इमारतों, सड़कों और पुल निर्माण में महारत रखते थे। जहां भी सरकार को इस तरह का काम कराना होता था तो अमूमन ठेके कृष्ण सिकंद को ही दिए जाते थे।
इस परिवार की प्रतिष्ठा सिर्फ बल्लीमारान की गलियों तक नहीं थी बल्कि पूरी दिल्ली उन्हें जानती थी। वह आर्थिक रूप से संपन्न थे। अभिनेता प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था। पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इलाके में एक मध्यवर्गीय परिवार में उनका जन्म हुआ था। प्राण के पिता लाला कृष्ण सिकंद एक आम सरकारी ठेकेदार थे। आपको बता दें कि प्राण बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। दर्शकों में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ने वाले प्राण अभिनेता नहीं बल्कि एक फोटोग्राफर बनना चाहते थे। उन्हें फोटोग्राफी का बहुत शौक था। वो कहीं भी जाते थे तो तस्वीरें खींचने में व्यस्त हो जाते थे।
हालांकि उनके भाग्य ने उनके लिए कुछ और ही सोच रखा था इसलिए फोटोग्राफर बनने की बजाय वो अभिनेता बन गए। एक्टिंग की दुनिया से उनका कोई नाता नहीं था लेकिन दर्शकों को अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा दिया। फिल्मों की दुनिया में काम करने के बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा था पर फिल्मों ने ही उनकी एक अलग पहचान बना दी। प्राण को फुटबॉल खेलने का भी बहुत शौक था। वो अपना खाली समय खेलने में ही बिताते थे।
प्राण ने अधिकतर हिंदी फिल्मों में खलनायक का किरदार निभाया था लेकिन उनके अभिनय ने खलनायक के किरदार में भी हीरो के किरदार से ज्यादा रौनक डाली। प्राण को हिंदी फिल्मों में पहला ब्रेक साल 1942 में फिल्म खानदान से मिला। इस फिल्म की नायिका नूरजहां थीं। प्राण ने 18 अप्रैल 1945 को शुक्ला आहलुवालिया से शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं। दो बेटे अरविंद और सुनील और एक बेटी पिंकी।