हिंदुस्तानी भाऊ: शेफाली जरीवाला की मौत पर बोलें भाऊ- ‘लोग कह रहे उसे हार्ट अटैक आया पर..’

0
18

एक्ट्रेस और ‘बिग बॉस 13’ कंटेस्टेंट रहीं शेफाली जरीवाला की अचानक मौत ने कई लोगों को चौंका दिया है। इस बात से इंफ्लुएंसर विकास फातक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ बहुत दुखी हैं। वह शेफाली से हर साल राखी बंधवाते थे, उन्हें बहन या यूं कहें बेटी की तरह मानते थे। शेफाली के बारे में कई सारी बातें हिंदुस्तानी भाऊ ने शेयर की हैं। साथ ही एक्ट्रेस की मौत पर भी संशय जाहिर किया है।

एएनआई से बात करते हुए हिंदुस्तानी भाऊ ने कहा, ‘वह मेरे लिए एक बहन नहीं, बल्कि एक बेटी की तरह थी। हम अक्सर बात करते थे लेकिन साल के तीन खास दिन थे, जब वह मुझे फोन करती थी, रक्षा बंधन, गणपति उत्सव और भाई दूज। उन दिनों, मैं उसके फोन का बेसब्री से इंतजार करता था, सोचता था कि वह किस वक्त फोन करेगी, मुझे उसके लिए क्या पकाना चाहिए। अब जब वह इस दुनिया में नहीं है, तो मैं बस उस फोन का इंतजार कर सकता हूं जो कभी नहीं आएगा।’

हिंदुस्तानी भाऊ आगे कहते हैं, ‘मैं मुश्किल से ही किसी को अपना बना पाता हूं। मुझे लोगों के साथ रिश्ते बनाना मुश्किल काम लगता है। लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं, जिन्हें मैं दिल से चाहता हूं। शेफाली के साथ ऐसा ही रिश्ता था, वह मेरे परिवार की तरह थी। मैं सोच भी नहीं कर सकता कि क्या हुआ होगा? लोग कह रहे हैं कि उसे दिल का दौरा पड़ा लेकिन उसका दिल इतना कमजोर नहीं था। वह एक लड़की थी, मगर अपने परिवार के लिए एक बेटे की तरह थी, उसने सभी का ख्याल रखा। हाल ही में पच्चीस लाख खर्च करके अपने पापा का ऑपरेशन करवाया। अब सिर्फ पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही हमें शेफाली की मौत के पीछे की असली वजह बताएगी।’

बताते चलें कि साल 2019 में हिंदुस्तानी भाऊ और शेफाली की पहली मुलाकात रियलिटी शो ‘बिग बॉस 13’ में हुई। शो में इनके बीच बॉन्डिंग हुई, जो शो के बाहर भी बरकरार रही। भाऊ ने यह भी बताया कि वह प्यार से अपने फोन में शेफाली का नाम चुपड़ी के नाम से सेव करके रखते हैं। भाऊ कहते हैं, ‘ बिग बॉस 13 में जब मैं बीमार हुआ था तो उसने मेरी बहुत सेवा की थी। शेफाली अक्सर मुझे फोन करके पूछती थी कि आप दुबई कब जा रहो? मेरे लिए क्या ला रहे हो? मैं कहता था कि ला दूंगा? मगर सोचा नहीं था, ये सब कुछ हो जाएगा। वह हंसते-खेलते हुए यूं अचानक चली गई, इस बात का बहुत दुख है। उसके माता-पिता के लिए भी यह सदमा गहरा है, बेटी की अर्थी को कंधा देना किसी भी मां-बाप के लिए कितना बड़ा दुख है, ये वो ही जान सकते हैं।’