अभिनेता इमरान हाशमी इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। कश्मीर से लेकर मुंबई तक में फिल्म की स्क्रीनिंग की जा रही है और पूरी टीम फिल्म के प्रचार में जुटी है। इस बीच इमरान हाशमी ने सिनेमा की दुनिया में प्रासंगिक बने रहने या नए निर्माताओं के साथ काम करने के लिए क्या करना चाहिए इस पर बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं को समझना और उनसे सीखना मौजूदा वक्त में बने रहने के लिए बहुत जरूरी है।
हाल ही में पीटीआई के साथ बातचीत में इमरान हाशमी ने नए लोगों के साथ काम करने के लिए किस तरह से संतुलन बनाना जरूरी है, इसको लेकर बात की। अभिनेता ने कहा, “जब आप एक निश्चित उम्र पार कर लेते हैं, जब नए तरह के अभिनेता और फिल्म निर्माता आते हैं, तो प्रासंगिकता और उनसे जुड़ना बहुत जरूरी हो जाता है। उनसे सीखना बहुत जरूरी है, क्योंकि मुझे लगता है कि प्रासंगिकता इसी के बारे में है।
जब आप उनके दिमाग से जुड़ते हैं और खुद को नया रूप देते हैं और किरदारों, शैलियों व फिल्मों पर नए सिरे से विचार करते हैं, और अतीत में नहीं जीते हैं। यहीं से जुड़ने का और प्रासंगिकता का पूरा खेल शुरू होता है।”
एक कलाकार के तौर पर इमरान ने कहा कि उन्हें चीजों को बदलना और खुद को चुनौती देना पसंद है। अभिनेता ने कहा, “जब मैंने 2017-2018 में ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ किया, तो वह एक बदलाव था। अगर मैं सिर्फ पीछे की ओर जा रहा था और मैं ऐसा सोच रहा था कि मैं वही करता रहूंगा जो मैं करता हूं, तो यह प्रासंगिकता के लिए प्रतिकूल है। इंडस्ट्री एक अलग चरण से गुजर रही है जहां हमें अपनी फिल्मों के प्रकार पर फिर से सोचने जरूरत है। ऐसी फिल्में बनाएं जो थोड़ी अधिक जड़ें जमाए हुए हों और दर्शकों के लिए पूरे भारत की भावना को सामने लाएं।