रोहतक के महम चौबीसी के गांव सैमाण में दो माह से लापता कर्मपाल उर्फ राहुल (23) की हत्या उसकी मां ने ही अपने छोटे बेटे के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने 15 अगस्त के दिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरे का फर्श तोड़कर उसका क्षत-विक्षत शव बाहर निकलवाया। वहीं, पुलिस ने हत्यारोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर रविवार को अदालत में पेश किया था, जहां से दोनों को दो दिन के रिमांड पर लिया है। दोनों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
महम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि शनिवार को पेटवाड़ा गांव निवासी सतीश ने दी शिकायत में बताया कि उसका साला सत्यवान राजमिस्त्री है। उसके दो बेटे राहुल व विकास हैं। अक्सर राहुल की अपनी मां के साथ अनबन रहती थी। राहुल अपनी बुआ से मिलने हर 15 दिन में पेटवाड़ा आता था, लेकिन दो माह से ज्यादा समय से नहीं आ रहा था। उन्होंने राहुल की मां सुनीता पर बेटे की हत्या करने और घर में ही शवं दफनाने की आशंका जाहिर की थी। पुलिस ने शक के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच पड़ताल की। रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार राजकुमार की मौजूदगी में महम पुलिस ने एफएसएल की टीम के साथ घर के स्टोर रूम की खुदाई करवाई। पांच फुट की गहराई में एक क्षत-विक्षत शवं बरामद हुआ।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी महिला सुनीता ने स्वीकार किया है कि उसका बड़ा बेटा कर्मपाल उर्फ राहुल अक्सर उसके साथ झगड़ा करता था। उससे जान का खतरा बना हुआ था। 6 जून को भी घर में झगड़ा करने लगा था। इसलिए छोटे बेटे विकास के साथ मिलकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया। शवं को बाहर निकालने पर पकड़े जाते, इसलिए घर के अंदर ही दफन करने का निर्णय लिया। रात के अंधेरे में स्टोर रूम के अंदर चार से पांच फीट खुदाई की। इसके बाद शव को उसी के अंदर दफन करके मिट्टी डाल दी। कहीं शवं से बदबू न आने लगे, इसलिए अगले दिन सीमेंट का फर्श बनवा दिया। उसी दिन मां-बेटा घर को ताला लगाकर चले गए। मां को पुलिस ने फरीदाबाद तो बेटे को रोहतक से गिरफ्तार किया है।